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(Fun88 Best Casino In India Online) ✔️ Fun88 Poker Rankings Take a chance and cash out big, Rummy World Take a Gamble and Win the Jackpot!. आषाढ़ माह में क्या करना चाहिए? देव पूजा : आषाढ़ माह में भगवान विष्णु, सूर्यदेव, मंगलदेव, दुर्गा और हनुमानजी की पूजा करने का दोगुना फल मिलता है। आषाढ़ मास में भगवान विष्णु की पूजा करने से पुण्य प्राप्त होता है। इस माह में विष्णुजी के साथ ही जल देव की उपासना से धन की प्राप्ति सरल हो जाती है और मंगल एवं सूर्य की उपासना से ऊर्जा का स्तर बना रहता है। इसके अलावा देवी की उपासना भी शुभ फल देती है। दान : इस माह में आषाढ़ मास के पहले दिन खड़ाऊं, छाता, नमक तथा आंवले का दान किसी ब्राह्मण को किया जाता है। पहले दिन नहीं कर पाएं हैं तो अन्य विशेष दिनों में दान कर सकते हैं। यज्ञ : यह माह यज्ञ करने का माह कहा गया है। वर्ष के इसी मास में अधिकांश यज्ञ करने का प्रावधान शास्त्रों में बताया गया है। इस माह में यज्ञ करने से यज्ञ का फल तुरंत ही मिलता है। व्रत : आषाढ़ माह में विशेष दिनों में व्रत करने का बहुत ही महत्व होता है। क्योंकि आषाढ़ माह में देव सो जाते हैं, इसी माह में गुप्त नवरात्रि के व्रत प्रारंभ होते हैं और इसी माह से चातुर्मास भी प्रारंभ हो जाता है। इस माह में योगिनी एकादशी और देवशनी एकादशी का प्रमुख व्रत होता है। स्नान और सेहत : इस मास में सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस मास ही नहीं, अगले तीन माह तक सेहत का ध्यान रखना चाहिए। इस महीने में जल युक्त फल खाने चाहिए। आषाढ़ में बेल बिलकुल भी न खाएं। इस माह में स्नान करने का भी महत्व बढ़ जाता है। उपरोक्त सभी कार्य करने से इस महीने को कामना पूर्ति का महीना भी कहा जाता है। इस माह में जो भी कामना की जाती है उसकी पूर्ति हो जाती है।

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अशोक बहुत पवित्र पेड़ माना जाता है। इसके पत्तों का पूजा में इ्तेमाल होता है। अ+शोक-अशोक नाम से ही स्पष्ट है कि जो शोक मिटाता है। दुख दूर करता है, संताप हरता है। कष्टों से मुक्ति देता है। अशोक के वृक्ष के कई लाभ हैं सबसे पहला तो यही कि शोक यानी दुख को सोख लेता है। अगर यह घर में है तो नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं। घर के आंगन, बगीचे, बरामदे या दहलीज पर लगा है तब तो शुभ है ही, अगर ये वृक्ष आपके घर के आसपास लगा है तो भी दुख और दरिद्रता नहीं आएगी। अशोक मानसिक तनाव को दूर करने में भी मदद करता है लेकिन याद रखें अशोक का पौधा घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार, अशोक का पेड़ मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की जीवन शक्ति में वृद्धि करता है। अशोक का पेड़ घर के वास्तु दोष को दूर करने में समर्थ है। घर के मुख्य द्वार के पास कोने में अशोक का वृक्ष लगाने से धन की प्राप्ति होती है। जहां अशोक का पेड़ लगा होता है, वहां सभी कार्य बिना किसी बाधा के पूरे हो जाते हैं। अशोक को बंगला में अस्पाल, मराठी में अशोक, गुजराती में आसोपालव तथा देशी पीला फूलनों, सिंहली में होगाश तथा लैटिन में जोनेशिया अशोका (Jonasia Ashoka) अथवा सराका-इंडिका (Saraca Indica) कहते हैं। मांगलिक कार्य, पूजा-अनुष्ठान, शादी, यज्ञोपवित, ग्रह प्रवेश आदि में अशोक के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। देवी-देवताओं के सामने अशोक के पत्ते पर कामना लिखकर अर्पित करने से शीघ्र पूरी होती है। अशोक का पेड़ या पौधा घर के आसपास उत्तर दिशा में लगाना उचित कहा गया है। अशोक के पेड़ के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कहा जाता है कि अशोक के 7 पत्ते लाकर घर के मंदिर में रखने से दांपत्य जीवन में बहार आती है। पति और पत्नी के बीच संबंध मधुर होने लगते हैं। शादी में विलंब हो रहा है तो जानकार लोग अशोक के पत्तों को पानी में मिलाकर स्नान करने की सलाह देते हैं। 42 दिनों तक लगातार ऐसा करने से लाभ होता है। सेहत के लिए भी गुणकारी है अशोक अशोक के पेड़ की छाल या पत्तियों का सेवन करने पर पेट से कीड़े निकालने में मदद मिलती है। दर्द और सूजन से राहत मिलती है। अशोक के पेड़ की छाल में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और दर्द निवारक गुण भी होते हैं। अशोक के पत्तों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी पाए जाते हैं, जो रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। शरीर में इंसुलिन बनने की क्रिया में भी सुधार होने लगता है। अशोक का पेड़ इको फ्रेंडली है जो अनवरत ऑक्सीजन देता है। अशोक के पेड़ की छाल में फ्लेवोनॉयड्स, टैनिन और एनाल्जेसिक जैसे औषधीय गुण होते हैं जो हड्डियों के लिए जरूरी तत्‍व होते हैं। कैसा होता है अशोक का पेड़? अशोक के पेड़ में ज्यादा पानी देने से बचें लेकिन इसकी मिट्टी को नम रखें। ज्यादा पानी से इस पर भूरे रंग के धब्बे हो जाते हैं और पत्ती का नुकसान हो सकता है। अशोक का पेड़ आम के पेड़ की तरह सघन होता है। इसकी पत्तियों की लंबाई और चौड़ाई 8:3 होती है। इसके कोमल पत्तों का रंग तांबे जैसा होता है इसे ताम्र पल्लव के नाम से भी जाना जाता है। अशोक के पौधों की जड़ें काफी मजबूत भी होती हैं। गहरी जड़ों की वजह से अशोक को गमलों में लगाना उचित नहीं है। Fun88 Poker Rankings, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली का बल्ला टेस्ट मैचों में खासा चलता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 24 टेस्ट मैच खेल चुके विराट कोहली ने 48 की औसत और 52 की स्ट्राइक रेट से 1979 रन बना चुके हैं जिसमें 8 शतक हैं और 5 अर्धशतक हैं। अहमदाबाद में खेले गए भारत और ऑस्ट्रेलिया के अंतिम टेस्ट में ही उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 186 रनों का सर्वोच्च स्कोर आया था।

कोलकाता। Odisha train accident : हावड़ा जिले में रहने वाले हेलाराम मलिक के 253 किलोमीटर सफर करने के बाद ओडिशा के बालासोर जिले पहुंचे और मुर्दाघर में पड़े अपने बेटे को मौत के मुंह से निकालकर नई जिंदगी बख्श दी। मलिक ने अपने 24 साल के बेटे विश्वजीत को बाहानगा हाई स्कूल में बने अस्थायी मुर्दाघर से निकाला और बालासोर अस्पताल ले गए, इसके बाद वह उसे कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल ले आए। विश्वजीत की कई हड्डियों में चोट लगी थी और यहां एसएसकेएम अस्पताल के ट्रॉमा केयर सेंटर में उसकी दो सर्जरी की गईं। हावड़ा में किराना की दुकान चलाने वाले हेलाराम ने कहा कि मैंने टीवी पर खबर देखी, तो मुझे लगा कि विश्वजीत को फोन करके पूछना चाहिए कि वह सही है या नहीं। शुरुआत में तो उसने फोन नहीं उठाया, लेकिन जब उठाया तो, मुझे दूसरी ओर से मुरझाई हुई सी आवाज सुनाई दी। दुर्घटना वाली रात (2 जून) को ही हेलाराम और उनके बहनोई दीपक दास एक एम्बुलेंस में बालासोर के लिए रवाना हो गए। हेलाराम ने कहा कि हम उसका पता नहीं लगा पाए, क्योंकि उसके मोबाइल फोन पर की जा रहीं कॉल का कोई जवाब नहीं मिल रहा था। हम कई अस्पताल गए, लेकिन विश्वजीत का कोई पता नहीं चल पाया। इसके बाद हम बाहानगा हाईस्कूल में बने अस्थायी मुर्दाघर पहुंचे, लेकिन शुरुआत में हमें उसमें जाने नहीं दिया गया। देखते ही देखते कुछ लोगों में कहासुनी हो गई और फिर हंगामा खड़ा हो गया। अचानक मुझे एक हाथ दिखा और मुझे पता था कि यह मेरे बेटे का हाथ है। वह जिंदा था। हेलाराम बिना वक्त गंवाए अपने 'लगभग बेसुध' बेटे को बालासोर अस्पताल ले गए, जहां उसे कुछ इंजेक्शन लगाने के बाद कटक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया गया। हेलाराम ने कहा कि उसके शरीर में कई फ्रैक्चर थे और वह कुछ बोल नहीं पा रहा था। मैंने वहां एक बांड पर हस्ताक्षर किए और सोमवार सुबह विश्वजीत को एसएसकेएम अस्पताल के ट्रॉमा केयर सेंटर ले आया। एसएसकेएम अस्पताल के एक डॉक्टर से जब यह पूछा गया कि लोगों ने विश्वजीत को मृत क्यों समझ लिया था, तो उन्होंने कहा कि विश्वजीत के शरीर ने शायद हरकत करनी बंद कर दी होगी, जिसकी वजह से लोगों ने समझ लिया कि उसकी मौत हो चुकी है। सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसएसकेएम अस्पताल में विश्वजीत और अन्य घायलों से मुलाकात की। हेलाराम ने कहा, “मैं अपने बेटे को वापस पाने के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। जब मैंने सुना कि विश्वजीत की मौत हो चुकी है, तो मेरे दिमाग में जो चल रहा था, मैं समझा नहीं सकता। मैं यह मानने के लिए तैयार नहीं था कि वह अब इस दुनिया में नहीं है और उसे ढूंढता रहा।” विश्वजीत ने अस्पताल के बिस्तर से ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मुझे नया जीवन मिला है। मैं अपने पिता का कर्जदार हूं। वह मेरे लिए भगवान हैं और उन्हीं की वजह से मुझे यह जिंदगी वापस मिली है। मेरे लिए बाबा ही सबकुछ हैं।” विश्वजीत कोरोमंडल एक्सप्रेस में सफर कर रहा था, जो दो जून को शाम सात बजे एक मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिसके बाद उसके ज्यादातर डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसी समय वहां से गुजर रही बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे भी कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकराने के बाद पटरी से उतर गए थे। इस दुर्घटना में कुल 278 यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 1,200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। Fun88 Online Casino Games India Play for Jackpots at the Online Casino Take a Gamble and Win the Jackpot! 5. Macbook Air 15, 13 जून, मंगलवार को लॉन्च किया जाएगा। इस प्रोडक्ट की शुरूआती कीमत 1,34,900 रूपए से है।

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जांबाज फिल्म का एक बेहद हॉट और सेक्सी सीन सभी को याद है जो अनिल कपूर और ‍डिम्पल कपाड़िया पर फिल्माया गया था। इस मूवी को फिरोज खान ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में फिरोज खान ने भी अभिनय किया था। एक गाने में रेखा नजर आई थी और श्रीदेवी ने भी छोटा-सा रोल अदा किया था। जांबाज सफल तो रही, लेकिन फिल्म को सफलता उम्मीद से थोड़ी कम मिली। बहरहाल, बाद में यह फिल्म खूब चली। टीवी पर भी बहुत देखी गई। इस फिल्म में डिंपल और अनिल के बीच एक हॉट सीन फिल्माया गया था वो दर्शकों को लंबे समय तक याद रहा। इस सीन को हिंदी फिल्मों के बोल्ड दृश्यों में से एक माना जाता है। फिरोज खान ने यह सीन अपने बंगलौर स्थित फॉर्म हाउस में बने घुड़साल में फिल्माया था। फिरोज शौकीन तबियत के मालिक रहे हैं और इस फॉर्म हाउस में ऐशो-आराम की तमाम सुविधाएं मौजूद थीं। फिरोज को घोड़ों से भी बहुत प्यार था और यही पर उन्होंने आखिरी सांस ली थी। जांबाज फिल्म का गाना 'जब जब तेरी सूरत देखूं' का फिल्मांकन यहां किया जा रहा था और इसी गाने में अनिल और डिंपल के बीच लवमेकिंग सीन फिल्माया जाना था। तब अनिल को डिंपल खास पसंद नहीं करती थीं। डिंपल की लाइफ में सनी देओल की एंट्री हो चुकी थी और बॉलीवुड में सनी और अनिल की दुश्मनी जगजाहिर थी। फिरोज खान ने हॉट सीन फिल्माने के पहले डिंपल और अनिल को सीन समझाया। अनिल जब शर्ट उतार कर सीन के लिए तैयार हुए तो उनके छाती पर ढेर सारे बाल देख डिंपल ने मुंह बना लिया। कहा जाता है कि उन्होंने अनिल को बालों की दुकान कहते हुए बालों को कटवाने का कहा। फिरोज ने किसी तरह डिंपल को इस सीन के लिए राजी किया। बमुश्किल डिंपल तैयार हुई और यह सीन फिल्माया गया। फिल्म रिलीज हुई। गाने हिट रहे और फिल्म से ज्यादा अनिल-डिंपल का यह सीन याद किया गया। Texas Holdem Poker Chips Facebook, वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए यह माह स्थान परिवर्तन वाला हो सकता है। व्यापार में सफलता मिलेगी, परंतु किसी रिश्तेदार से मानसिक तनाव रहेगा। नौकरी में उन्नति होने के योग हैं। कृषि क्षेत्र में अच्छी सफलता मिलेगी। घर में मांगलिक कार्य होने के योग हैं। पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी। निवास से दूर रहने के योग हैं। दिनांक 6, 24 शुभ हैं, 17 अशुभ है। रामरक्षा स्तोत्र पाठ लाभप्रद रहेगा।

Take a Gamble and Win the Jackpot! Fun88 Popular Sports For Online Betting In India Wrestlers Protest : गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत के बाद बुधवार को पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया नौकरी पर पहुंच गए। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि हम आंदोलन से नहीं हटे हैं। इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। lord ganesh

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सीहोर। जिले के एक गांव में मंगलवार को ढाई साल की एक बच्ची 300 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई। प्रशासन बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास में जुटा है। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि बच्ची 20 फुट की गहराई पर फंसी हुई है। उन्होंने बताया कि घटना आज दोपहर मुंगावली गांव की है और वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में जेसीबी मशीनों की मदद से बचाव अभियान जारी है। सीहोर जिले के रहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना का संज्ञान लेकर अधिकारियों को बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालना सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी भी जिला प्रशासन के अधिकारियों के संपर्क में हैं। घटना के संबंध में विस्तृत ब्योरे की प्रतीक्षा है। Rummy World, Thane Crime News : महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 35 वर्षीय एक व्यक्ति ने घरेलू विवाद के बाद अपनी पत्नी की हत्या करने की कोशिश की। इसके बाद उसके खुद की कलाई काटकर अपनी जान देने का भी प्रयास किया। दोनों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है। शांति नगर पुलिस थाने के निरीक्षक विक्रम मोहिते ने बताया कि भिवंडी शहर के रहने वाले आरोपी और उसकी 21 वर्षीय पत्नी के बीच घरेलू मुद्दों को लेकर अक्सर विवाद होता था। उन्होंने कहा कि सोमवार को व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी पत्नी पर ब्लैड से हमला कर उसकी हत्या करने की कोशिश की और बाद में उसने अपनी कलाई काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। अधिकारी ने बताया कि आरोपी और उसकी पत्नी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है, जहां दोनों का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और धारा 309 (आत्महत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच जारी है।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta

कृति शर्मा Rummy Culture Com वर्ष 2023 में शीतला अष्टमी तथा कालाष्टमी का पर्व 10 जून, दिन शनिवार को मनाया जा रहा है। आपाढ़ कृष्ण अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व माता शीतला को समर्पित है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार चैत्र, वैशाख, जेष्ठ और आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी पूजन करने का प्रावधान है। इन चारों महीने के चार दिन का व्रत करने से शीतला जनित बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इस पूजन में शीतल जल और बासी भोजन का भोग लगाने का विधान है। शीतला अष्टमी के दिन श्रद्धालु व्रत रखकर माता की भक्ति करके अपने परिवार की रक्षा करने के लिए माता से प्रार्थना करते हैं। इस बार मतांतर से 10 और 11 जून को शीतलाष्टमी या बसौरा पर्व मनाया जाएगा। आइए यहां जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि और कथा के बारे में- शनिवार, 10 जून 2023 पूजन के शुभ मुहूर्त : sheetla mata pujan 2023 आषाढ़ कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ- 10 जून, शनिवार को 02.01 पी एम से शुरू, अष्टमी तिथि का समापन- 11 जून, रविवार को 12.05 पी एम पर होगा। राहुकाल- 08.52 ए एम से 10.36 ए एम गुलिक काल- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम यमगण्ड- 02.05 पी एम से 03.50 पी एम अभिजित मुहूर्त-11.53 ए एम से 12.48 पी एम अमृत काल- 08.54 ए एम से 10.24 ए एम तिथि- सप्तमी- 02.01 पी एम तक, तत्पश्चात अष्टमी नक्षत्र- शतभिषा- 03.39 पी एम तक योग- विषकुम्भ- 12.49 पी एम तक करण- बव- 02.01 पी एम तक द्वितीय करण बालव- 01.00 ए एम 11 जून तक रहेगा। पूजा विधि : sheetla mata puja vidh