(Fun88 Online Cricket Betting) © Fun88 Taj Rummy Get lucky with our gambling platform, Rummy Pro Time for a break - Let's Play at the Online Casino. वहीं ऑनलाइन धर्मांतरण के मामले की जांच का खुलासा होने के बाद अब आईबी, एटीएस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। वहीं पूरे मामले में महाराष्ट्र से मंगलवार को पुलिस के पास आई एक कॉल में दावा किया गया कि ठाणे में गिरोह अब तक 400 लोगों का धर्मपरिवर्तन करा चुका है। फोन करने वाले ने यह भी बताया कि वह काफी लंबे समय से इसी काम में लगा हुआ था। हालांकि पुलिस फोन करने वाले के बारे में भी जांच पड़ताल में जुटी है। आनलाइन धर्मांतरण के मामले का पाकिस्तानी कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है। पर अब तक इस तरफ सुरक्षा एजेंसियों को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: [emailprotected] Fun88 Taj Rummy, अपने इलाज से बेहद कम समय में उन्होंने मेडिकल में अपना नाम कर लिया था। डॉक्टर गांधी खुद हाल्ट हार्ट अटैक मुहिम से जुड़े हुए थे और हार्ट अटैक के मामले में कमी लाने और लोगों को जागरूक करते थे। फेसबुक पर बने ग्रुप में उनके वीडियो काफी संख्या में देखे जाते हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले ऐसे ही गुजरात के जामनगर के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मिलन चग के भाई और प्रसिद्ध त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव चग की 3 मार्च को सुबह की सैर के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। 57 साल के डॉ. संजीव चग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे।
वन्य जीवों की पापुलेशन बढ़ रही है। करीब 3 हजार 167 बाघ हैं। साढ़े 3 हजार तेंदुए हैं। इधर अबर्न एरिया बढ़ रहा है। भोपाल में शहरीकरण दूर तक हो रहा है। हैबिटाट एरिया में भी कॉलोनियां आ गई हैं। दुधवा और पीलीभीत का उदाहरण लीजिए, यहां कभी तराई क्षेत्र होता था, जंगल होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जंगल काटकर खेत बना दिए गए हैं। टाइगर या अन्य वन्य जीव कहां जाएंगे। लोगों ने गन्ने के खेत उगाए तो वो गन्ने के खेत में रहने लगे। उन्हें नहीं पता है कि यह इंसानों के खेत हैं, उन्हें तो अपने लिए जगह चाहिए। जैसे महू में बाघ निकल आया, ऐसे और भी वन्य जीव आते रहते हैं, कहां जाएंगे। ओकारेश्वर में नेशनल पार्क प्रस्तावित है, अगर वो बनता है तो शायद उस क्षेत्र में जीवों के लिए कुछ जगह बने।-- जसवीर सिंह चौहान, मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) मध्यप्रदेश, भोपाल Fun88 Online Gambling Apps 100% Entertainment and Fun, Guaranteed! Time for a break - Let's Play at the Online Casino Zara Hatke Zara Bachke: सारा अली खान और विक्की कौशल स्टारर 'जरा हटके जरा बचके' को दर्शकों से बेहद पॉजिटिव प्रतिक्रिया मिल रही है और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म की धमाकेदार शुरुआत को देखते हुए दर्शकों ने सारा अली खान के अभिनय की जमकर तारीफ की और कहा एक छोटे शहर की लड़की का किरदार उनसे बेहतर कोई नहीं निभा सकता था।
मैच का नतीजा काफी हद तक इस पर निर्भर करेगा कि स्तरीय तेज गेंदबाजी के खिलाफ दोनों टीम का शीर्ष क्रम कैसा प्रदर्शन करता है। ऑस्ट्रेलिया को सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा से काफी उम्मीदें हैं जबकि डेविड वार्नर अपने करियर के अंतिम चरण में अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे।इस मैदान पर स्मिथ का औसत 100 का है और अगर भारत को मैच पर पकड़ बनानी है तो उन्हें जल्दी आउट करना होगा।पिच चाहे कैसा भी बर्ताव करे अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन विरोधी बल्लेबाजों को परेशान करने की क्षमता रखते हैं जबकि ऑलराउंडर के रूप में कैमरन ग्रीन की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।(भाषा) Play Free Texas Holdem Poker Online Without Download, भारत पिछले सत्र का उपविजेता
Bank Bonus Game Fun88 Cricket Betting Bihar bridge collapse : बिहार के भागलपुर में रविवार शाम पुल गिरने के बाद से ही राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया है। इस बीच बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हम लोग तो पुल बना रहे हैं, भाजपा वाले गिरा रहे हैं। भाजपा द्वारा नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बीच बिहार सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, 'बीजेपी वाला सब पुल गिराया है। हमलोग बनाते हैं और बीजेपी वाला सब गिराता है। नीतीश का कहना है कि पुल का निर्माण ठीक से नहीं किया जा रहा है और यही कारण है कि यह अप्रैल 2022 से दो बार गिर गया। यह एक गंभीर मामला है ... संबंधित विभाग ने पहले ही इसकी गहन जांच शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि 2014 में शुरू हुआ पुल निर्माण कार्य अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ। यह समय से पीछे क्यों चल रहा है? मैंने संबंधित विभाग से इसकी भी जांच करने को कहा है। उपमुख्यमंत्री इस मामले की निगरानी कर रहे हैं। भाजपा ने राजद नेता तेजस्वी की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि पुल के कई संरचनात्मक दोषों को विशेषज्ञों द्वारा इंगित किया गया है और राज्य सरकार ने पहले ही कई हिस्सों को गिरा दिया है जिन्हें विशेष रूप से कमजोर हिस्से के रूप में चिह्नित किया गया था। पुल के ढहने का वीडियो वायरल होने पर बिहार भाजपा ने एक बयान जारी कर नीतीश के इस्तीफे की मांग की है जिन्होंने पिछले साल अगस्त में भगवा पार्टी से नाता तोड़ लिया था। वर्ष 2014 से बन रहा 3.16 किलोमीटर लंबा यह पुल 14 महीने में दो बार टूटा- पहला अप्रैल 2022 में भागलपुर के सुल्तानगंज की तरफ और दूसरी बार रविवार की शाम खगड़िया की तरफ से। चार लेन वाले सुल्तानगंज-अगुआनी घाट पुल के तीन खंभे पर रखे कम से कम 30 स्लैब रविवार को नदी में गिर गए। जिला प्रशासन ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। निर्माणाधीन पुल की अनुमानित लागत 1,700 करोड़ रुपए है। हरियाणा की एक कंपनी को पुल निर्माण का ठेका मिला है जिसके खिलाफ भाजपा कार्रवाई की मांग कर रही है। Indori poha
Australia scored 157 runs in the final session without losing a wicket at a Run-rate of 4.62This is domination on Day 1. pic.twitter.com/sFRhqtDRuL— Johns. (@CricCrazyJohns) June 7, 2023 Rummy Pro, भुवनेश्वर। Balasore Train Accident : ओडिसा के बालासोर (Balasore) में हुए ट्रेन हादसे में सीबीआई जांच को लेकर राजनीति जारी है। वहीं रेलवे ने ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों का आंकड़ा जारी कर दिया है। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि अभी तक कुल 288 लोगों की मृत्यु हो गई है। 95 शवों का जिला स्तर पर हस्तांतरण किया गया था। 193 शवों को भुवनेश्वर लाया गया था। इसमें से 110 शवों की पहचान हो गई है। कुल 288 में से 205 शवों की पहचान हो गई है। 83 शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
इस एकादशी व्रत के प्रभाव से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। योगिनी एकादशी से जुड़ी मान्यता के अनुसार इस दिन स्नान के लिए मिट्टी (धरती माता की रज) का इस्तेमाल करना अतिशुभ होता है। साथ ही स्नान के पूर्व तिल के उबटन को शरीर पर लगाकर फिर स्नान करने की मान्यता है। बता दें कि एकादशी तिथि पर भगवान श्री विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है। योगिनी एकादशी : 14 जून 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त : Yogini Ekadashi Muhurat 2023 आषाढ़ कृष्ण एकादशी तिथि का प्रारंभ- 13 जून, मंगलवार को 09.28 ए एम से, एकादशी की समाप्ति- 14 जून 2023, बुधवार 08.48 ए एम पर। योगिनी एकादशी पारण समय- पारण/ व्रत तोड़ने का समय- गुरुवार 15 जून 2023, 05:23 ए एम से 08:10 ए एम तक। पारण तिथि के दिन द्वादशी समापन का समय- 08:32 ए एम पर। 14 जून, बुधवार - दिन का चौघड़िया लाभ- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम अमृत- 07.07 ए एम से 08.52 ए एम शुभ- 10.37 ए एम से 12.21 पी एम चर- 03.51 पी एम से 05.35 पी एम लाभ- 05.35 पी एम से 07.20 पी एम रात का चौघड़िया शुभ- 08.35 पी एम से 09.51 पी एम अमृत- 09.51 पी एम से 11.06 पी एम चर- 11.06 पी एम से 15 जून को 12.21 ए एम, लाभ- 02.52 ए एम से 15 जून को 04.08 ए एम तक। पूजा विधि- Yogini Ekadashi Puja Vidhi 1. योगिनी एकादशी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छे धुले हुए वस्त्र धारण करके व्रत शुरू करने का संकल्प लें। 2. तत्पश्चात पूजन के लिए मिट्टी का कलश स्थापित करें। 3. उस कलश में पानी, अक्षत और मुद्रा रखकर उसके ऊपर एक दीया रखें तथा उसमें चावल डालें। 4. अब उस दीये पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। पीतल की प्रतिमा हो तो अतिउत्तम माना जाता है। 5. प्रतिमा को रोली अथवा सिंदूर का टीका लगाकर अक्षत चढ़ाएं। 6. उसके बाद कलश के सामने शुद्ध देशी घी का दीप प्रज्वलित करें। 7. अब तुलसी के पत्ते और पुष्प चढ़ाएं। 8. तत्पश्चात ऋतु फल का प्रसाद चढ़ाकर भगवान श्रीहरि का विधि-विधान से पूजन करें। 9. फिर एकादशी की कथा का पढ़ें अथवा श्रवण करें। 10. अंत में श्री विष्णु जी की आरती करें। व्रत कथा-Yogini Ekadashi Katha इस एकादशी व्रत की पौराणिक कथा (Yogini Ekadashi 2023 Katha) के अनुसार स्वर्गधाम की अलकापुरी नामक नगरी में कुबेर नाम का एक राजा रहता था। वह शिव भक्त था और प्रतिदिन शिव की पूजा किया करता था। हेम नाम का एक माली पूजन के लिए उसके यहां फूल लाया करता था। हेम की विशालाक्षी नाम की सुंदर स्त्री थी। एक दिन वह मानसरोवर से पुष्प तो ले आया लेकिन कामासक्त होने के कारण वह अपनी स्त्री से हास्य-विनोद तथा रमण करने लगा। इधर राजा उसकी दोपहर तक राह देखता रहा। अंत में राजा कुबेर ने सेवकों को आज्ञा दी कि तुम लोग जाकर माली के न आने का कारण पता करो, क्योंकि वह अभी तक पुष्प लेकर नहीं आया। सेवकों ने कहा कि महाराज वह पापी अतिकामी है, अपनी स्त्री के साथ हास्य-विनोद और रमण कर रहा होगा। यह सुनकर कुबेर ने क्रोधित होकर उसे बुलाया। हेम माली राजा के भय से कांपता हुआ उपस्थित हुआ। राजा कुबेर ने क्रोध में आकर कहा- अरे पापी! नीच! कामी! तूने मेरे परम पूजनीय ईश्वरों के ईश्वर श्री शिव जी महाराज का अनादर किया है, इसलिए मैं तुझे शाप देता हूं कि तू स्त्री का वियोग सहेगा और मृत्युलोक में जाकर कोढ़ी होगा। कुबेर के शाप से हेम माली का स्वर्ग से पतन हो गया और वह उसी क्षण पृथ्वी पर गिर गया। भूतल पर आते ही उसके शरीर में श्वेत कोढ़ हो गया। उसकी स्त्री भी उसी समय अंतर्ध्यान हो गई। मृत्युलोक में आकर माली ने महान दु:ख भोगे, भयानक जंगल में जाकर बिना अन्न और जल के भटकता रहा। रात्रि को निद्रा भी नहीं आती थी, परंतु शिव जी की पूजा के प्रभाव से उसको पिछले जन्म की स्मृति का ज्ञान अवश्य रहा। एक दिन घूमते-घूमते वह मार्कण्डेय ऋषि के आश्रम में पहुंच गया, जो ब्रह्मा से भी अधिक वृद्ध थे और जिनका आश्रम ब्रह्मा की सभा के समान लगता था। हेम माली वहां जाकर उनके पैरों में पड़ गया। उसे देखकर मार्कण्डेय ऋषि बोले तुमने ऐसा कौनसा पाप किया है, जिसके प्रभाव से यह हालत हो गई। हेम माली ने सारा वृत्तांत कह सुनाया। यह सुनकर ऋषि बोले- निश्चित ही तूने मेरे सम्मुख सत्य वचन कहे हैं, इसलिए तेरे उद्धार के लिए मैं एक व्रत बताता हूं। यदि तू आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की योगिनी नामक एकादशी का विधिपूर्वक व्रत करेगा तो तेरे सब पाप नष्ट हो जाएंगे। यह सुनकर हेम माली ने अत्यंत प्रसन्न होकर मुनि को साष्टांग प्रणाम किया। मुनि ने उसे स्नेह के साथ उठाया। हेम माली ने मुनि के कथनानुसार विधिपूर्वक योगिनी एकादशी (Yogini) का व्रत किया। इस व्रत के प्रभाव से हेम माली अपने पुराने स्वरूप में आकर वह अपनी पत्नी के साथ सुखपूर्वक रहने लगा। इस योगिनी एकादशी का व्रत करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर फल देता है तथा इसके व्रत से समस्त पाप दूर होकर अंत में स्वर्ग प्राप्त होता है। ऐसी इस एकादशी की महिमा है। योगिनी एकादशी के उपाय : Yogini Ekadashi Upay 1. पीपल में जल अर्पित करें : इस दिन कर्ज से मुक्ति के लिए पीपल वृक्ष में जल अर्पित करके उसकी विधिवत पूजा करें। 2. लक्ष्मी प्राप्ति : इस दिन धन-धान्य तथा लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए घर में भगवान श्री विष्णु तथा माता लक्ष्मी का केसर मिले जल से अभिषेक करें। 3. घी का दीया : एकादशी तिथि पर पीपल में मीठा जल चढ़ाने तथा शाम के समय पीपल की जड़ में घी का दीया लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। 4. तुलसी पूजन : एकादशी के दिन सायं के समय तुलसी के सामने गाय के घी का दीपक जलाकर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप करते हुए तुलसी जी की 11 परिक्रमा करें, इस उपाय से घर के समस्त संकट और आने वाली परेशानियां भी दूर जाती हैं। 5. दान-पुण्य : एकादशी के दिन उपवास के पश्चात द्वादशी तिथि पर पारण से पूर्व ब्राह्मणों को मिठाई, दक्षिणा तथा गरीबों को खाद्य सामग्री देने के पश्चात ही खुद पारणा करना लाभकारी होता है। 6. जाप मंत्र : एकादशी के दिन सुबह घर की सफाई करके मुख्य द्वार पर हल्दीयुक्त जल या गंगा जल का छिड़काव करके मंत्र- 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का 108 बार जाप करें। जाप में तुलसी की माला को उपयोग में लाएं। 7. स्थायी धन प्राप्ति : स्थायी धन की प्राप्ति के लिए पूजा स्थान में 11 गौमती चक्र रखकर स्फटिक की माला से 'श्री महालक्ष्म्यै श्रीयें नम:' मंत्र का 11 माला जाप करके उन्हें लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में धन वाले स्थान पर रख दें। 8. रुपए का दान : इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार वस्त्र और रुपया-पैसे का दान अवश्य करना चाहिए। Andar Bahar In English आइए जानते हैं इंदौर का टेस्टी पोहा, कैसे बनता है यह- सामग्री : 2 कप पोहा, 1-2 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई), 1 चम्मच सौंफ, 1/2 चम्मच राई, 1/4 चम्मच हल्दी पाउडर, 2 चम्मच तेल, 2-3 चम्मच शकर, नमक स्वादानुसार, हरी धनिया। अन्य सामग्री : 1/2 कप बारीक कटा प्याज, चटपटी इंदौरी सेव, मसाला बूंदी, जीरावन मसाला, नींबू। विधि : Step 1 : सबसे पहले पोहे को अच्छी तरह साफ कर एक बर्तन में पानी लेकर धो लें, पोहे पानी में धोते समय हल्के हाथों से चलाएं, ताकि पोहे टूटने न पाएं। Step 2 : पोहे धोने पर सारा पानी निथार दें और थोड़ी देर पोहे को गलने के लिए रख दें। Step 3 : अब उसमें हल्दी पाउडर, शकर और नमक डालें और अच्छी तरह मिला लें। Step 4 : फिर धीमी आंच पर मोटे तले वाली कड़ाही में तेल गर्म करके राई तड़का लें और कटी हरी मिर्च और सौंफ डालकर चलाएं। Step 5 : अब इसमें पोहे मिला दें और आंच धीमी कर दें। Step 6 : अब एक बड़े भगोने में पानी उबलने के लिए रख दें और उस उबलते पानी में ऊपर पोहे की कड़ाही रखकर उसे भाप में पकने दें। Step 7 : जब सारी साम्रगी मिलकर पोहे का एकजैसा रंग दिखाई दे और पोहे पूरी तरह से पक जाएं तो हल्के हाथ से चलाएं। Step 8 : फिर आंच बंद कर दें, ऊपर से हरा धनिया बुरकाएं और कड़ाही को भाप वाले बर्तन पर ही रहने दें। Step 9 : अब गरमा-गरम पोहे को प्लेट में लेकर ऊपर से सेंव, जीरावन मसाला, कटे प्याज बुराकाएं और नींबू के साथ सर्व करें। RK.